इकतारा जल्दी ही भोपाल स्थित केन्द्र पर एक ठिया विकसित करने में जुटा है जहाँ बालसाहित्य का विभिन्न भाषाओं की किताबों का एक बड़ा संग्रह होगा। दुनिया के चुनिन्दा बाल पत्रिकाएँ वहाँ देखी जा सकेंगी। यह एक एसा ठिया होगा जहाँ न सिर्फ शोधार्थी बल्कि बालसाहित्य के इलाके में काम करने वाले लेखक, कार्यकर्ता, रसिक किताबों के एक समन्दर में विचर सकेंगे।
करीबन 4500 किताबें हमारे केंद्र में आ चुकी हैं। इनमें कई पुरस्कृत अंग्रेज़ी, हिन्दी, मराठी, कोंकणी, उर्दू, यूरोपिय भाषाओं की किताबें शामिल हैं। इतिहास, समाज शास्त्र, विज्ञान, वन्य जीवन, दर्शन शास्त्र, कला, साहित्य जैसे तमाम विषयों की किताबें भी आपको पढ़ने को मिलेंगी। इस साल हमने कुछ नयी फ्रेंच, चीनी भाषायों की किताबें भी शामिल की हैं। और कुछ रूसी किताबें भी आयी हैं।
इकतारा एक साझा केंद्र है और आपके साझे से ही यह विकसित होगा। इसलिए आप सब से इस केन्द्र के भविष्य के लिए सुझाव, मदद, सलाह आमंत्रित हैं।