तक्षशिला बाल-साहित्य सृजनपीठ
इसके तहत श्रेष्ठ रचनाकारों को बाल-साहित्य सृजन के लिए आमंत्रित किया जाता है। इसकी अवधि छह माह से लेकर एक वर्ष होती है।
इस सृजनपीठ में सर्वश्री विनोद कुमार शुक्ल, नरेश सक्सेना, कृष्ण कुमार, असगर वजाहत, प्रियम्वद, राजेश जोशी, अरुण कमल और सारा राय जुड़ चुके हैं। इस वर्ष (2019-20) उदयन वाजपेयी, पारो आनंद और प्रभात सृजनपीठ के रचनाकार हैं। इस साल (2019-20) से हमने एक साल का सृजनपीठ चित्रकारों के लिए भी शुरू किया है। इसके पहले साल में एलन शॉ हमारे साथ जुड़ रहे हैं।
सृजनपीठ में आमंत्रित रचनाकार विभिन्न इलाकों, मंचों पर जाकर रचनापाठ आदि के माध्यम से बाल-साहित्य के प्रमुख सवालों पर बात करते हैं।
इन कार्यक्रमों में शिक्षक, युवा रचनाकार, बच्चे विशेष रूप से भागीदारी करते हैं। इन कार्यक्रमों को आप शीघ्र ही इकतारा की वेबसाइट पर देख सकेंगे।
सृजनपीठ के तहत लिखी गई रचनाओं का प्रकाशन इकतारा के जुगनू प्रकाशन के तहत होता है।
जिसमें अभी तक:
- विनोद कुमार शुक्ल का बाल-उपन्यास एक चुप्पी जगह
- प्रियम्वद का बाल-उपन्यास नाचघर
- प्रियम्वद का ही एक कथा संग्रह मिट्टी की गाड़ी
- कृष्ण कुमार के पढ़ने पर लेख पढ़ना, ज़रा सोचना
- असगर वजाहत के सरस सम्वाद रानू… मैं क्या जानूँ
- अरुण कमल का बाल-उपन्यास एक चोर की चौदह रातें
छप चुके हैं। हमारी वेबसाइट के ज़रिए आप इन्हें ऑडर कर सकते हैं।